एक आदर्श घर की परिभाषा क्या है ? घर में सुख समृद्धि कहाँ से प्रवेश करती है ? धन लक्ष्मी का वास कहाँ है ?
आज के युग में ये एक ऐसा प्रश्न है जिसका उत्तर कहीं बाहर नही है इसका हल केवल घर में ही है, अर्थात घर के सदस्यों द्वारा ही सुख, धन और समृद्धि को प्राप्त किया जा सकता है. और इस प्रश्न का दायित्व केवल घर के दो प्राणियों के ऊपर निर्भर करता है कि वो घर को किस प्रकार से रखना चाहती है. यही दो प्राणी या यही दो आपसी सम्बन्ध घर की शान्ति तथा धन के आगमन का रास्ता खोल सकने में समर्थ है,
आखिर ऐसा होता क्यों है ? इस बात पर ज्योतिष के सूत्र बहुत काम आते है, इन्ही ज्योतिषीय सूत्र द्वारा सास-बहू के आपसी संघर्ष को रोका भी जा सकता है, ये संघर्ष कई बार इतना प्रचंड या उग्र हो जाता है जिसके कारण एक स्वीट होम का स्वप्न सपना ही रह जाता है, विवाह के बाद जिस स्वीट होम की कल्पना सभी अपने मन में रखते है वो स्वप्न जल्दी ही सास - बहू के आपसी संघर्ष में टूट जाता है,
जो महिला परिवार में अपना हुक्म या अपना कानून चलाने की हमेशा इच्छुक रहती है या चलाना चाहती है, वो कभी भी भविष्य में एक अच्छी सास नही बन सकती.यदि यहाँ दोनों में चंद्रमा+केतु या चन्द्रमा+शनि का योग बनता है तो सास और बहू में कभी एकता या सामंजस्य नही होता है, कुंडली द्वारा ये ऐसे योग देख कर उपाय से सम्बन्ध अच्छे बनाये जा सकते है..
शास्त्रों में इसके विषय में यह भी लिखा है की यदि सास या बहू किसी ने भी पूर्व जन्म में किसी का धन हड़पा हो या किसी विधवा को परेशान किया हो या किसी गर्भवती स्त्री या गाय का गर्भ गिरा दिया हो तो वह एक अच्छी बहू नही बन सकती है.
आजकल लड़के और लडकियाँ प्रेम विवाह कर लेते है, इस निर्णय में माता पिता को शामिल नही करते हैं जिस से भी ऐसा क्लेश आये दिन घर में होते है इसके कारण भी सास और बहू में संघर्ष होने के आसार बढ़ते है तथा घर में बिना उपयोगी सामान या कूड़ा अधिक रखा हो या सास और बहू के कमरे के ऊपर स्क्रेप आदि बहुत मात्रा में हो तथा दोनों के बेडरूम विपरीत दिशा में हो तब भी ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है. शांत करने के लिए ये सब स्क्रेप आदि कूड़ा बाहर निकाल दें तो जल्दी असर दिखाई दे जाएगा,
घर का वाटर टैंक यदि साफ़ ना हो या उस वाटर टैंक के ऊपर प्रतिदिन कबूतर आ कर बैठते हो तो, टैंक प्रत्येक तीन महीने बाद साफ़ करवाएं एवं कबूतरों को वहां से हटाने का प्रयत्न करें इसके करने से भी जल्दी सास बहू में शान्ति होने के आसार बढ़ते है,
यदि घर में सास बहू का अधिक कलह है तो घर से कांच के गिलास का प्रयोग बिलकुल बंद कर दें, तथा दोनों को चांदी के गिलास में पानी पीना चाहिए. जिस से घर का वातावरण शांत रहें, ताम्बे का गिलास भी लाभकारी रहेगा. प्रतिदिन गाय को रोटी खिलाएं तथा पक्षियों को अन्न डालें, रविवार के दिन नमक बिलकुल ना खाएं या बहुत कम नमक का प्रयोग करने से भी कलह शांत होती है.
यदि इस संघर्ष में घर के सभी सदस्य किसी ना किसी रूप में शामिल होते है तो प्रतिदिन आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें तथा मनी प्लांट का पौधा घर में अवश्य लगायें तो शीघ्र लाभ होगा....
शुभमस्तु !!
आजकल लड़के और लडकियाँ प्रेम विवाह कर लेते है, इस निर्णय में माता पिता को शामिल नही करते हैं जिस से भी ऐसा क्लेश आये दिन घर में होते है इसके कारण भी सास और बहू में संघर्ष होने के आसार बढ़ते है तथा घर में बिना उपयोगी सामान या कूड़ा अधिक रखा हो या सास और बहू के कमरे के ऊपर स्क्रेप आदि बहुत मात्रा में हो तथा दोनों के बेडरूम विपरीत दिशा में हो तब भी ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है. शांत करने के लिए ये सब स्क्रेप आदि कूड़ा बाहर निकाल दें तो जल्दी असर दिखाई दे जाएगा,
घर का वाटर टैंक यदि साफ़ ना हो या उस वाटर टैंक के ऊपर प्रतिदिन कबूतर आ कर बैठते हो तो, टैंक प्रत्येक तीन महीने बाद साफ़ करवाएं एवं कबूतरों को वहां से हटाने का प्रयत्न करें इसके करने से भी जल्दी सास बहू में शान्ति होने के आसार बढ़ते है,
यदि घर में सास बहू का अधिक कलह है तो घर से कांच के गिलास का प्रयोग बिलकुल बंद कर दें, तथा दोनों को चांदी के गिलास में पानी पीना चाहिए. जिस से घर का वातावरण शांत रहें, ताम्बे का गिलास भी लाभकारी रहेगा. प्रतिदिन गाय को रोटी खिलाएं तथा पक्षियों को अन्न डालें, रविवार के दिन नमक बिलकुल ना खाएं या बहुत कम नमक का प्रयोग करने से भी कलह शांत होती है.
यदि इस संघर्ष में घर के सभी सदस्य किसी ना किसी रूप में शामिल होते है तो प्रतिदिन आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें तथा मनी प्लांट का पौधा घर में अवश्य लगायें तो शीघ्र लाभ होगा....
शुभमस्तु !!
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