Wednesday, May 18, 2016

क्या आपका दोस्त (Friends)आपको धोखा दे रहा है....

"जीवन में साथ चलने वाले तो कई लोग मिलते हैं लेकिन जो व्यक्ति अपने कदमों के निशान आपके ह्रदय में दूर-दूर तक छोड़ जाए" मेरे अनुसार वही है आपका सच्चा  दोस्त / मित्र है.......

मित्र एक ऐसा शब्द है, जिस की परिभाषा अलग अलग रूप में सभी व्यक्ति देते है.ये प्रश्न आज भी वहीँ उसी जगह खड़ा है जहाँ पहले था कि "सच्चा मित्र कौन" ? इस प्रश्न का उत्तर किसी के पास नही है और भवष्य में शायद इसका उत्तर मिलेगा भी नही,  क्योंकि मित्र नामक शब्द को बदलने में देर नही लगती है इतिहास गवाह है कि आज तक 99%  शत्रु कभी पैदा ही नही हुए शत्रु नामक शब्द मित्र का विलोम रूप है सही भी है, और तर्क संगत भी है की शत्रु वो ही बनता है जो पहले कभी मित्र था. अतः मित्रता को शत्रुता में बदलने में टाइम नही लगता इसके पीछे स्वार्थ ही सबसे बड़ा कारण है, 

व्यक्ति के बहुत से मित्र समाज में होते है, कोई मित्र सुबह शाम नमस्कार करने वाले तो कोई मित्र स्टाफ के रूप में तथा कोई मित्र यात्रा आदि में अचानक बनने वाले और बहुत से मित्र तो विद्यार्थी जीवन में बन जाते है यही मित्र कुछ अच्छे संस्कार वाले होते है तथा इनमें से कुछ मित्र बुरे संस्कार वाले मिलते है, इसी विद्यार्थी जीवन में एक सच्चे मित्र की पहचान करना बहुत मुश्किल ही नही लगभग असंभव कार्य है,क्या होते हैं दोस्त: बदलते समय के साथ दोस्ती की परिभाषा भी बदलती जा रही है. पहले कहा जाता था, कि एक लडका और लडकी अच्छे दोस्त नहीं हो सकते, लेकिन आधुनिक समय में लडके व लडकियां साथ पढ रहें हैं और अच्छी और पवित्र दोस्ती भी निभा रहे हैं..

जिंदगी दोस्ती के बिना अधूरी है, इसलिए दोस्ती में एक सच्चा दोस्त होना बहुत ही जरूरी है, लेकिन कई बार कुछ ऎसे दोस्त भी निकल जाते हैं जो दोस्ती में धोखा देकर इस रिश्ते को ही बदनाम कर देते हैं. इसलिए एक अच्छे दोस्त का चुनाव बहुत सोच समझकर ही करना चाहिए.

 http://ptanilji.blogspot.com/2016/05/friends.html
जीवन में एक मित्र खुशियों की बहार ला सकता है साथ ही एक मित्र जीवन को बर्बाद भी करने में सक्षम हो सकता है, दोस्त सबसे पहले आपके दिमाग और दिल पर कब्जा करते है फिर उसके बाद अपनी उँगलियों पर नचाते है, फलस्वरूप उस समय अपने अच्छे और बुरे को पहचानने की शक्ति भी काम नही करती है, ऐसा आयु के 18 - 25  वर्ष के मध्य धटित होता है.यही वो टाइम है जब व्यक्ति का कैरियर बनने लगता है, भारतीय ज्योतिष के अनुसार बुरे मित्र से मिलवाने का काम राहू के कारण संभव होता है, जिसकी जन्म कुंडली में राहू भाग्य या लाभ भाव को अशुभ दृष्टि से देख रहा हो तो उसके जीवन में बुरे मित्रों की कमी नही रहेगी, अर्थात वो व्यक्ति कभी अच्छे मार्ग पर नही चल सकता है.


आजकल युवक युवतिया कोर्स या जॉब करने के लिए माता पिता से दूर किसी अन्य शहर में होस्टल या पी जी आदि में रहते है उनके लिए ये 25 - 28  वर्ष तक की आयु बहुत गंभीर रहती है इसी  आयु में प्रेम सम्बन्ध आदि होने के कारण देखने में आया है, गलत मित्र से भेंट हो जाने से जीवन नरक तुल्य हो जाता है सावधानी रखें. इसलिए अभिभावक माता पिता को उन पर नजर रखनी चाहिए तथा साथ ही अपने विद्वान ज्योतिषी से सलाह कर के उनकी कुंडली में राहू का आकलन करवा कर उसका उपचार अनिवार्य रूप से करवाएं तभी इस अशुभ मित्रों के दोष से बचा जा सकेगा,

इस से अपने बच्चों या स्वंम को बचाने के लिए या कोई मित्र आपको धोखा दे रहा है, धोखा चाहे आर्थिक हो या मानसिक हो या शारीरिक रूप से आपको पीड़ित कर रहा हो तो निम्न सिद्ध उपाय कर आप लाभ उठा सकते है.

जन्म कुंडली स्थित पापी ग्रहों का जाप तथा दान आदि कर शांत करवाएं.

विशेष कर राहू का उपचार ज्यादा अनिवार्य है.

प्रत्येक सोमवार गेंहूँ का दान अपनी श्रद्धा अनुसार मंदिर में जा कर करें तो भी लाभ होगा.

पपीता फल के 7 सूखे बीज लेकर काले कपड़ें में छोटी से पोटली ताबीज के साइज़ की बना कर गले में काले धागे में बाँध कर शनिवार धारण करें, इस के करने से उस मित्र के प्रति मन उचाट होने लगेगा,

अपनी जेब में एक मोर का पंख अवश्य रखें. तथा अपने बिस्तर के दांये तरफ 16 मोर के पंख का गुलदस्ता बना कर रखने से बुरे मित्र साथ छोड़ जाते है 



शुभमस्तु !!

पति-पत्नी(Husband-Wife) के मध्य संघर्ष कैसे दूर करें.........

गृहस्थ जीवन का मुख्य आधार पति और पत्नी का आपसी विशवास.....

वैवाहिक जीवन तभी तक सुखमय बना रहता है जब तक पति-पत्नी का विशवास बना रहता है, जिस समय भी आपसी विश्वास कमजोर हुआ तो उसी समय से  गृहस्थ जीवन के सुख में दरार आणि शुरू हो जायेगी, जिसके कारण एक छोटी सी मामूली बात भी भयंकर रूप ले लेती है तथा उसके कारण एक स्वीट होम अर्थात आदर्श परिवार खंडित हो कर बिखरने लगता है.

कभी कभी जन्म कुंडली का मिलान सही से नही हो पाटा है, देखने में आया है की आजकल बहुत से लोग अपने विद्वान पंडित जी या ज्योतिषी से जाने से पहले अपने आप अपने लैपटॉप पर कुंडली मिलान कर लेते है और अपनी पसंद से विवाह करने को तैयार हो जाते है, यदि विवाह उपरान्त कोई अनहोनी हो जाती है तो सारा  दोष ज्योतिष के ऊपर डाल दिया जाता है.

जन्मकुंडली मिलान करते समय गुण देख कर ही निर्णय नही करना चाहिए जैसा की आजकल बहुत से लोग स्वतः ये काम कर लेते है, गुण से अधिक उन दोनों के ग्रह योग का भली भाँती से मिलान करना चाहियें तथा किसी विद्वान ज्योतिषी से इस विषय पर मार्गदर्शन अवश्य लें तभी विवाह का निर्णय करें. जल्दबाजी और शीघ्रता से कोई फैसला ना लें क्योंकि इसमें दोनों के जीवन का लक्ष्य और सुख छिपा हुआ रहता है.

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यदि इस प्रकार का संघर्ष पति पत्नी में होता है तो वह सबसे पहले किसी विद्वान पंडित जी से संपर्क कर दोनों जन्मकुंडलियों का सही मिलान करवा कर जो भी उसमें दोष बनता है उसका सही रूप से उपचार करवाएं तो भी लाभ होगा.

भारतीय ज्योतिष अनुसार वैवाहिक जीवन में सूर्य, मंगल, शनि और राहू द्वारा ही सबसे अधिक समस्या आती है.इन्ही ग्रहों के दूषित या सातवें भाव को अशुभ
दृष्टि से देखने के कारण वैवाहिक जीवन में बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, इस लिए इनका उपाय अनिवार्यतः करवाने कौशिश करें. जिस से लाभ हो. इसके अलावा कुछ उपाय ऐसे है जिसे आप पहले कर के बहुत सी समस्याओं को दूर कर सकते हो, जिसका वर्णन लिख रहा हूँ.

आप अपने घर में तुलसी के 5 पौधे रखें इसके रखने से .सूर्य की हानिकर प्रभाव कम हो जाता है. आप रविवार को बहते पानी में सवा पाँव गुड़ प्रवाह करें .आप तुलसी माला के साथ गायत्री मंत्र का जाप करें. घर में कभी भी टूटे फटे जूते चप्पल आदि संभाल कर ना रखें इनको तुरंत बाहर फेंक दें,आप चींटियों को पल्स (गेहूं, मक्का, जौ, ज्वार, बाजरा, चावल, लाल मसूर दाल या  काले उड़द)  सात प्रकार के अनाज का आटा पिसवा कर खिला सकते हैं. आप चांदी का सिक्का  एक दूसरे के जन्मदिन पर उपहार में दें तथा एक दुसरे के जन्म दिन पर चावल का पुलाव बना कर अवश्य खाएं, जल्दी लाभ होगा.


दक्षिण दिशा में प्रवेश द्वार या घर के मुख्य द्वार न रखें.इस से समस्या बढती है स्टोव रसोई घर में दक्षिण-पूर्व की ओर होना जरुरी है.

उत्तर पूर्व दिशा की ओर अपने बेडरूम  न रखें. यह दिशा पूजा के लिए बहुत लाभदायक है. इसके अलावा दक्षिण-पूर्व की ओर में अपने बेडरूम रखने से बचें. बेडरूम दक्षिण-पश्चिम की ओर होना चाहिए. हमेशा  दक्षिण की ओर अपने सिर रखो.  अपनी छत पर चीनी या गुड़ रखें.  

इस प्रकार से उपाय कर सावधानी रखने से वैवाहिक जीवन में पुनः खुशियाँ वापिस आ जाती है.....




शुभमस्तु !!


ड्रेस(Dress) द्वारा समस्या दूर करें.......

नित्य पहनने वाले कपड़ें भी आपकी समस्या को काफी हद तक दूर करने में सहायक हो जाती है, 

हर समस्या का एक समाधान भी होता है, कपड़ें का रंग अलग अलग समस्या को सुलझाने में सहायता प्रदान करता है.प्रत्येक रंग अपना एक गुण रखता है, रंगों के चयन से उस व्यक्ति का स्वभाव, गुण तथा उस की आदतें व् उसके शुभ अशुभ विचार धारा को पहचाना जा सकता है. उसी प्रकार मनुष्य को जो भी समस्या हो उसी के अनुरूप ऐसे रंगों के कपड़ों का चयन किया जाता है की वह समस्या काफी आसान होकर दूर हो सके.

रंग और कपड़ों का मिलान आज के युग में बहुत प्रभावशाली सिद्ध होता है ऐसा कई बार अनुभव में  भी आ चुका है, शरीर के ऊपरी हिस्सों में पहनने वाले कपडें ज्यादा महत्वपूर्ण होते है तथा उनका असर भी बहुत जल्दी होता देखा गया है.नीचे भाग के पहनने वाले कपड़ें कम फल देते है या देर से उनका फल मिलता है.आज इसी सन्दर्भ में रंग और कपड़ों के मिलान से समस्याओं के अनुसार उपाय लिख रहा हूँ.

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ड्रेस का हमारे जीवन में अत्यंत योगदान रहा है इसी ड्रेस के द्वारा हम किसी विशेष  व्यक्ति को पहचान लेते है जैसे चिकित्सा क्षेत्र में सफेद रंग का महत्व है डोक्टर, नर्स आदि स्टाफ यहाँ तक की हॉस्पिटल के कमरे दरवाजों पर भी सफेद रंग बहुत अधिक मिलता है, पुलिस आदि का भी खाकी रंग तथा रक्षा क्षेत्र में भी इन्ही रंगों से चिन्हित किया गया है, 

रंग हमारे जीवन एक मुख्या आधार बन चुका है रंगों के बिना ये जीवन अन्धकारमय बन जाता है, अतः हमारी समस्याएं भी काफी हद तक इन्हीं रंगों के उपयोग से दूर हो सकती है या उन समस्याओं से राहत मिलने लगती है.

विवाह ..... 

भारतीय ज्योतिष अनुसार पुरुष के विवाह में शुक्र ग्रह का योगदान रह्ता है, तथा महिला की जन्म कुंडली अनुसार वृहस्पति का विवाह में योगदान रहता है अतः शुक्र तथा वृहस्पति के रंगों का संयोजन विवाह में करना चाहिए, इसके लिए महिलाओं को चमकदार और सुंदर गुलाबी, लाल और पीले रंग का मिलान कर ही अपने कपड़ें पहनने चाहिए तथ पुरुष को हलके रंग के कपड़ें सबसे अधिक क्रीम रंग तथा सफेद चमकदार रंग के  कपड़ें शास्त्र में भी उल्लेखित है, इनसे भावी वैवाहिक जीवन  सुखमय व्यतीत होता है.

नौकरी...

नौकरी में अपने क्षेत्र अनुसार कपड़ें पहने जाते है,आप हल्के हरे, ग्रे, क्रीम, कॉरपोरेट सेक्टर में हल्के पीले रंग की टी-शर्ट पहन सकते हैं.आप प्रशासनिक सेवाओं में हल्के नीले या सफेद रंग के कपड़े पहन सकते हैं.आप इंजीनियरिंग के क्षेत्र में काम नीले रंग के कपड़े पहन सकते हैं. एक मीडिया या ग्लैमर से संबंधित काम में चमकदार सफेद या हल्के गुलाबी रंग के कपड़े पहन सकते हैं. एक किसी भी साक्षात्कार में काले या भूरे रंग के कपड़ें धारण कर लाभ उठा सकते है. जब भी विपरीत रंग के कपड़ें पहन कर ऑफिस लागातार जाओ तो कोई ना कोई समस्या अवश्य होने लगती है कई बार नौकरी से सस्पेंड या नौकरी छोड़ने की भी स्थिति बन जाती है अतः अपने कपड़ों पर अधिक ध्यान दें एक ड्रेस बना कर ही पहने, लाभ होगा.

मुकद्दमेबाजी...

कोर्ट में ग्रे रंग के कपड़े पहन कार जाए तो लाभ होगा, विवाह से संबंधित मुकदमेबाजी के लिए जाते समय नीले या काले रंग के कपड़े धारण करने से मुकद्दमा अधिक देर तक नही चलता जल्दी ही उसका निर्णय आपके पक्ष में होने लगता है,संपत्ति संबंधित मुकदमेबाजी के लिए जाने के लिए सफेद रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए  इस से कोर्ट का फैसला आपके पक्ष में होना आरम्भ हो जाएगा. आपराधिक मामले के लिए सफेद तथा नीले रंग के कपड़ों का उपयोग लाभप्रद रहेगा, 

मेडिकल...

यदि आप रोगों से जल्दी छुटकारा पाना चाहते है, शनि और बुध ग्रह में रोगों से लड़ने की क्षमता है, शनि आपको बीमारी के बाद लंबे समय के लिए स्वस्थ रहता है. आप मेडिकल जांच के लिए जाते समय हरे रंग का कपड़ा धारण करें या हरे रंग का रुमाल अपने पास रख कर जाएँ लाभ मिलेगा, अगर आप सर्जरी के लिए जा रहे हैं तो लाल रंग का कपड़ा या रुमाल प्रयोग करें, इस प्रकार से रंग और कपड़ों के मिलान से अनावश्यक खर्च नही होगा तथा बिमारी लम्बे समय तक नही चलेगी जल्दी ही कंट्रोल हो कर आपको स्वस्थ बना देगी.

इसी प्रकार दुसरे क्षेत्रो का वर्णन आगे लेखों में लिखने की कौशिश करूँगा........ 


शुभमस्तु !!