गृहस्थ जीवन का मुख्य आधार पति और पत्नी का आपसी विशवास.....
वैवाहिक जीवन तभी तक सुखमय बना रहता है जब तक पति-पत्नी का विशवास बना रहता है, जिस समय भी आपसी विश्वास कमजोर हुआ तो उसी समय से गृहस्थ जीवन के सुख में दरार आणि शुरू हो जायेगी, जिसके कारण एक छोटी सी मामूली बात भी भयंकर रूप ले लेती है तथा उसके कारण एक स्वीट होम अर्थात आदर्श परिवार खंडित हो कर बिखरने लगता है.
कभी कभी जन्म कुंडली का मिलान सही से नही हो पाटा है, देखने में आया है की आजकल बहुत से लोग अपने विद्वान पंडित जी या ज्योतिषी से जाने से पहले अपने आप अपने लैपटॉप पर कुंडली मिलान कर लेते है और अपनी पसंद से विवाह करने को तैयार हो जाते है, यदि विवाह उपरान्त कोई अनहोनी हो जाती है तो सारा दोष ज्योतिष के ऊपर डाल दिया जाता है.
जन्मकुंडली मिलान करते समय गुण देख कर ही निर्णय नही करना चाहिए जैसा की आजकल बहुत से लोग स्वतः ये काम कर लेते है, गुण से अधिक उन दोनों के ग्रह योग का भली भाँती से मिलान करना चाहियें तथा किसी विद्वान ज्योतिषी से इस विषय पर मार्गदर्शन अवश्य लें तभी विवाह का निर्णय करें. जल्दबाजी और शीघ्रता से कोई फैसला ना लें क्योंकि इसमें दोनों के जीवन का लक्ष्य और सुख छिपा हुआ रहता है.
यदि इस प्रकार का संघर्ष पति पत्नी में होता है तो वह सबसे पहले किसी विद्वान पंडित जी से संपर्क कर दोनों जन्मकुंडलियों का सही मिलान करवा कर जो भी उसमें दोष बनता है उसका सही रूप से उपचार करवाएं तो भी लाभ होगा.
भारतीय ज्योतिष अनुसार वैवाहिक जीवन में सूर्य, मंगल, शनि और राहू द्वारा ही सबसे अधिक समस्या आती है.इन्ही ग्रहों के दूषित या सातवें भाव को अशुभ
दृष्टि से देखने के कारण वैवाहिक जीवन में बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, इस लिए इनका उपाय अनिवार्यतः करवाने कौशिश करें. जिस से लाभ हो. इसके अलावा कुछ उपाय ऐसे है जिसे आप पहले कर के बहुत सी समस्याओं को दूर कर सकते हो, जिसका वर्णन लिख रहा हूँ.
आप अपने घर में तुलसी के 5 पौधे रखें इसके रखने से .सूर्य की हानिकर प्रभाव कम हो जाता है. आप रविवार को बहते पानी में सवा पाँव गुड़ प्रवाह करें .आप तुलसी माला के साथ गायत्री मंत्र का जाप करें. घर में कभी भी टूटे फटे जूते चप्पल आदि संभाल कर ना रखें इनको तुरंत बाहर फेंक दें,आप चींटियों को पल्स (गेहूं, मक्का, जौ, ज्वार, बाजरा, चावल, लाल मसूर दाल या काले उड़द) सात प्रकार के अनाज का आटा पिसवा कर खिला सकते हैं. आप चांदी का सिक्का एक दूसरे के जन्मदिन पर उपहार में दें तथा एक दुसरे के जन्म दिन पर चावल का पुलाव बना कर अवश्य खाएं, जल्दी लाभ होगा.
दक्षिण दिशा में प्रवेश द्वार या घर के मुख्य द्वार न रखें.इस से समस्या बढती है स्टोव रसोई घर में दक्षिण-पूर्व की ओर होना जरुरी है.
उत्तर पूर्व दिशा की ओर अपने बेडरूम न रखें. यह दिशा पूजा के लिए बहुत लाभदायक है. इसके अलावा दक्षिण-पूर्व की ओर में अपने बेडरूम रखने से बचें. बेडरूम दक्षिण-पश्चिम की ओर होना चाहिए. हमेशा दक्षिण की ओर अपने सिर रखो. अपनी छत पर चीनी या गुड़ रखें.
इस प्रकार से उपाय कर सावधानी रखने से वैवाहिक जीवन में पुनः खुशियाँ वापिस आ जाती है.....
शुभमस्तु !!
Pandit ji
ReplyDeleteWhat about my marriage as Saturn- Moon in 7th house Aquarius , leo ascendant? Not good?
Pravin Sahu
15th May 1993
Time- 11:50AM
Place- Rourkela, Odisha
आपकी जन्म कुंडली अनुसार सातवें भाव में द्वादशेश चन्द्रमा तथा षष्टेश शनि की युति है इसीलिए वैवाहिक जीवन में बाधाये आएँगी इसलिए विवाह से पहले कुम्भ विवाह अवश्य करवाएं तथा मांगलिक लडकी से ही विवाह करें क्योंकि आप पूर्ण मांगलिक हो
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